कल्चरल रिसोर्स मैनेजमेंट: हमारी संस्कृति, हमारी सबसे बड़ी ताकत

कल्चरल रिसोर्स मैनेजमेंट: भूमिका- मानव की सभ्यता का इतिहास, केवल घटनाओं और तिथियों का विवरण नहीं है, बल्कि वह हमारी सांस्कृतिक विरासतों, सम्पदाओं, परंपराओं, स्थापत्य एवं हस्तशिल्प कलाओं और ऐतिहासिक स्थलों में सजीव रूप से संरक्षित है। कल्चरल रिसोर्स मैनेजमेंट के अंतर्गत, ये सभी सांस्कृतिक सम्पदायें, हमारी पहचान बनाती हैं और हमें यह समझने में … Read more

इंजीनियरिंग डेटा मैनेजमेंट: भविष्य की प्रतिस्पर्धा के स्मार्ट सॉल्यूशन्स

इंजीनियरिंग डेटा मैनेजमेंट

इंजीनियरिंग डेटा मैनेजमेंट: परिचय– डेटा की भूमिका– आज के इस डिजिटल वर्ल्ड में, जब भी डेटा शब्द का उच्चारण सुनते या करते हैं, तो हमारे मन में सबसे पहले संख्या, ग्राफ, रिपोर्ट या कंप्यूटर की फाइलों की छवि उत्पन्न हो जाती हैं। डेटा वह आधार है जिस पर सभी उद्योग, व्यवसाय और शोध निर्भर है। … Read more

रिवरसाइड डेटा मैनेजर: सुरक्षा, सुविधा और दक्षता एक साथ

रिवरसाइड डेटा मैनेजर: परिचय- वर्तमान समय के इस डिजिटल युग में, डेटा किसी भी संस्था, संगठन या व्यवसाय के लिए सबसे महत्वपूर्ण और कीमती संसाधन बन चुका है। छोटे व्यवसाय या स्टार्टअप से लेकर बड़े कॉरपोरेट संगठन, स्वास्थ्य सेवा केंद्र और शैक्षणिक संस्थानों तक, हर स्थान पर प्रतिदिन नए-नए और बहुत भारी मात्रा में डेटा … Read more

क्लासरूम मैनेजमेंट अनब्लॉक्ड: शिक्षा की नई राह-

क्लासरूम मैनेजमेंट अनब्लॉक्ड: प्रस्तावना- क्लासरूम मैनेजमेंट अनब्लॉक्ड दृष्टिकोण के अंतर्गत, कक्षा प्रबंधन, शिक्षा पद्धति का एक अनिवार्य और अत्यंत महत्वपूर्ण अंग है। जब भी हम कक्षा प्रबंधन की बात करते हैं, तो इसका अर्थ यह नहीं है कि छात्रों को केवल कड़े अनुशासन में रखकर, समय पर पढ़ाई पूरी करवाना। वास्तव में, क्लासरूम मैनेजमेंट, वह … Read more

फैक्ट्स मैनेजमेंट: ज्ञान, प्रबंधन और सफलता का संगम:

फैक्ट्स मैनेजमेंट: परिचय- आज के इस डिजिटल वर्ल्ड में, हम ऐसे परिवेश में रह रहे हैं जहां अत्यधिक भागदौड़ अथवा व्यस्तता होने पर भी, प्रत्येक व्यक्ति नई-नई जानकारियों से अवगत होना चाहता है। मोबाइल, इंटरनेट और सोशल मीडिया पर प्रतिदिन और प्रत्येक क्षण, लाखों नयी-नयी सूचनायें उपलब्ध होती रहती हैं। अर्थात हमारे पास जानकारियों और … Read more

फ्लेक्स टाइम मैनेजर: लचीले कार्य समय का स्मार्ट प्रबंधन

फ्लेक्स टाइम मैनेजर: परिचय- पारंपरिक समय 9.00 am–5.00 pm की कार्यशैली लंबे समय से, किसी भी ऑफिस या व्यवसायिक संगठनों की कार्य-संस्कृति का हिस्सा रही है। इस कार्य-संस्कृति में निर्धारित समय में ही, निश्चित स्थान पर और नियमित दिनचर्या के साथ कार्य करने की प्रक्रिया को सम्मिलित किया गया है। परन्तु वर्तमान समय में, व्यस्त … Read more

Pranayama for Mental Health: Breathing Techniques to Reduce Stress Yoga for Mental Health: Best Poses to Reduce Stress & Improve Mood Easy Vegan Meals and Snacks: Healthy, Delicious & Beginner-Friendly Yoga for Weight Loss: 10 Best Poses for Fast, Natural Fat Burn Best Classroom Management Games for Teachers