चेयर योग: कुर्सी से स्वास्थ्य की ओर पहला कदम-

चेयर योग: प्रस्तावना-

योग, एक प्राचीन अथवा वैदिककालीन भारतीय पद्धति है। हम योग के द्वारा ही, अपने शरीर को स्वस्थ रखते हैं और मानसिक शांति भी प्राप्त करते हैं। हमारे प्राचीन आचार्यों, महापुरुषों और गुरुजनों के अनुसार, स्वस्थ और सूखी जीवन, मनुष्य का एक अभिन्न अंग है। समाज में रहने वाला प्रत्येक मनुष्य, स्वस्थ तथा सुखी जीवन की आवश्यकता का अनुभव करता है। स्वस्थ जीवन से, केवल शरीर ही नहीं बल्कि मन और आत्मा, सभी का विकास होता है। भारतीय जीवन पद्धति तो प्राचीन काल से ही, शारीरिक, मानसिक, आत्मिक स्वास्थ्य को ही महत्व देती रही है।

वर्तमान समय में, व्यस्तता से भरे जीवन में, कार्य का तनाव, असंतुलित तथा गलत खानपान, तथा अनियमित शारीरिक गतिविधियों के कारण, अधिकांश लोगों को अपने मोटापे और अनेक प्रकार की शारीरिक निष्क्रियता की समस्या का सामना करना पड़ रहा है। यद्यपि वजन घटाने या शरीर को स्वस्थ रखने के लिए, महंगे जिम या डाइटिंग ही जरूरी नहीं है। इन सभी समस्याओं का समाधान योग के द्वारा ही संभव है।

योग की सारी गतिविधियां जमीन पर खड़े होकर, बैठकर या लेटकर ही सम्पन्न की जाती है। परंतु हर व्यक्ति के लिए, इन सभी पारंपरिक योग मुद्राओं को, जमीन पर खड़े होकर, बैठकर या लेटकर करने में, संभव नहीं हो पाता है। ऐसे में चेयर योग, एक सरल, सुलभ और प्रभावशाली विकल्प और साधन के रूप में सामने उभरा है जो न केवल मानसिक शांति प्रदान करता है, बल्कि शारीरिक स्वास्थ्य को भी मजबूत करता है।

चेयर योग, एक प्रकार का सरल और प्रभावशाली योग विधि है जिसमें योग के सभी आसन (योगासन) कुर्सी पर बैठकर या कुर्सी का सहारा लेकर ही किए जाते हैं। यह विशेष रूप से, उन लोगों के लिए उपयुक्त है जिन्हें खड़े होकर या जमीन पर बैठकर या लेटकर योग का अभ्यास करने में कठिनाई होती है। इसमें शरीर की गति सीमित रहती है, परंतु पारंपरिक योग की तरह ही प्रभावशाली होता है।

चेयर योग की यह विधि, विशेष रूप से वरिष्ठ नागरिक (वृद्ध वर्ग के लोग), शारीरिक रूप से कमजोर लोग, ऑफिस में लंबे समय तक बैठने वाले या सीमित गतिशीलता वाले वे लोग जो किसी भी शारीरिक कारणों से फर्श पर बैठने में असमर्थ हैं, उनके लिए वरदान साबित हो रही है।

चेयर योग में आसन, प्राणायाम, ध्यान और हल्की स्ट्रेचिंग को इस प्रकार समाहित किया गया है कि यह हर आयु वर्ग के लोगों के लिए अनुकूल और अत्यंत लाभदायक हो। चेयर योग, न केवल शारीरिक लचीलापन को बढ़ाता है, बल्कि मांसपेशियों को मजबूत करता है, रक्त संचार को बेहतर करता है और मानसिक एकाग्रता व शांति को भी बढ़ाता है। इसके अभ्यास से व्यक्ति न केवल शारीरिक रूप से सक्रिय रहता है, बल्कि मानसिक रूप से भी आनंद का अनुभव करता है।

अतः चेयर योग, न केवल एक व्यायाम पद्धति है, बल्कि यह एक ऐसा माध्यम है जो सभी वर्ग के लोगों के लिए, योग को सरल, सुलभ और प्रभावशाली बनाता है। चेयर योग, योग का एक लोकतांत्रिक रूप है। यह हर क्षमता के लोगों के लिए और हर परिस्थिति के लिए उपयुक्त और सुविधाजनक है।

चेयर योग के लाभ-

इसके अभ्यास से अनेक लाभ हैं, जो मानसिक, शारीरिक और भावनात्मक स्तर पर प्रभाव डालते हैं।

1. शारीरिक लचीलापन में वृद्धि-

चेयर योग के माध्यम से रीढ़ की हड्डी, गर्दन, कंधे और घुटनों की गति में सुधार होता है। इससे जोड़ों की जकड़न कम होती है और उम्र बढ़ने के बाद भी शरीर में लचीलापन बना रहता है।

2. मानसिक तनाव में राहत-

चेयर योग में साँस पर नियंत्रण और ध्यान केंद्रित करने की विधियां भी शामिल होती हैं जो तनाव, चिंता और अवसाद से राहत देती हैं। यह मानसिक शांति के लिए अत्यंत लाभदायक होता है।

3. संतुलित रक्तचाप-

चेयर योग

इसके नियमित अभ्यास से हृदय की गति और रक्तचाप नियंत्रित रहता है। यह हाई ब्लड प्रेशर से पीड़ित लोगों के लिए विशेष रूप से, बहुत लाभदायक होता है।

4. पाचन तंत्र में सुधार-

कुर्सी पर बैठकर किए जाने वाले कुछ विशेष आसनों से, पाचन-क्रिया में मदद मिलती है और कब्ज जैसी समस्याएं कम होती हैं।

5. कार्य दक्षता में वृद्धि-

चेयर योग

चेयर योग, ऑफिस कर्मचारियों के लिए अत्यंत उपयुक्त है। यह थकान, पीठ दर्द और एकाग्रता की कमी जैसी समस्याओं को कम करता है, जिससे कार्य प्रदर्शन बेहतर होता है।

चेयर योग कौन कर सकता है?

चेयर योग के द्वारा निम्नलिखित समूह विशेष रूप से लाभ उठा सकते हैं।

1- वरिष्ठ नागरिक, जो पारंपरिक योग नहीं कर सकते हैं।

2- विकलांग व्यक्ति, जिनकी गतिशीलता सीमित है।

3- ऑफिस कर्मचारी, जो लंबे समय तक बैठकर काम करते हैं।

4- गर्भवती महिलाएं, डॉक्टर की सलाह के अनुसार कर सकती हैं।

5- शुरुआती योग साधक, जिन्हें सरल शुरुआत की आवश्यकता हो।

प्रमुख चेयर योगासन-

अभ्यास करने की विधि

चेयर योग का अभ्यास करने के लिए, विशेष रूप से तैयार की गई मजबूत और बिना पहिये वाली, किसी भी कुर्सी का उपयोग किया जा सकता है। अभ्यास के समय शरीर को पूर्ण रूप से कुर्सी पर स्थिर रखा जाना चाहिए और साँसों पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए, तत्पश्चात एक-एक योगासन  का अभ्यास करना चाहिए।

1. सीटेड ताड़ासन-

चेयर योग

विधि- सर्वप्रथम कुर्सी पर सीधा बैठकर, दोनों हाथ ऊपर उठाएं और लंबी गहरी साँस लें। तत्पश्चात अपने हाथों को पूर्व अवस्था में, धीरे-धीरे नीचे लाएं। यह क्रिया 5-6 बार करें।

लाभ- रीढ़ की सीधा होना, छाती का विस्तार, मन की शांति आदि।

2. सीटेड ट्विस्ट

विधि- सर्वप्रथम कुर्सी पर सीधे बैठकर, दाएं हाथ को कुर्सी की पीठ पर रखें और शरीर को धीरे से बायीं ओर मोड़ें। फिर बाएं हाथ को कुर्सी की पीठ पर रखें और शरीर को धीरे से दायीं ओर मोड़ें। यह क्रिया 5-6 बार करें।

लाभ- पाचन-क्रिया में सुधार, रीढ़ का लचीलापन आदि।

3. सीटेड कैटकाउ

चेयर योग

विधि- सर्वप्रथम कुर्सी पर सीधे बैठकर, श्वास लेते समय छाती को बाहर की ओर निकालें और छोड़ते समय पीठ को गोल करें। यह क्रिया 5-6 बार करें।

लाभ रीढ़ की गतिशीलता, पीठ के तनाव में राहत आदि।

4. सीटेड फॉरवर्ड बेंड

विधि- सर्वप्रथम कुर्सी पर सीधा बैठकर शरीर को आगे की ओर झुकाएं और दोनों हाथों को पैरों की ओर बढ़ाएं और स्पर्श करने का प्रयास करें। यह क्रिया 5-6 बार करें।

लाभ- निचली पीठ की स्ट्रेच, पाचन-क्रिया में सुधार आदि।

5. गर्दन और कंधे का व्यायाम-

विधि- सर्वप्रथम कुर्सी पर सीधा बैठकर गर्दन को धीरे-धीरे दाएं, बाएं, ऊपर और नीचे घुमाएं। कंधों को ऊपर-नीचे और गोल-गोल घुमाएं। यह क्रिया 5-6 बार करें।

लाभ- गर्दन और कंधे की जकड़न में राहत, ऑफिस वालों के लिए विशेष रूप से उपयोगी।

चेयर योग की दैनिक दिनचर्या-

चेयर योग को अपने दैनिक जीवन में सम्मिलित करना बहुत आसान है। एक आदर्श दिनचर्या नीचे बताई गई है।

अवस्था

वॉर्म-अप गर्दन-मोड़,

सीटेड ताड़ासन 

सीटेड कैट-काउ

सीटेड ट्विस्ट

सीटेड फॉरवर्ड बेंड

सीटेड लेग लिफ्ट   

हाथों की स्ट्रेच 

अंत में

विवरण

कंधे का लचीलापन

रक्त संचार बढ़ाने के लिए   

रीढ़ का लचीलापन

पाचन-सुधार

निचली पीठ की स्ट्रेच

मांसपेशियों की मजबूती

कंधे व बाहों के लिए 

ध्यान–प्राणायाम

समय

3 मिनट

2 मिनट

4 मिनट

3 मिनट

3 मिनट

4 मिनट

3 मिनट

10 मिनट

इससे दिन भर के लिए, शरीर में ऊर्जा बनी रहती है और तनाव से राहत मिलती है।

चेयर योग करते समय सावधानियां-

चेयर योग करते समय प्रमुख सावधानियां इस प्रकार हैं।

1- इसके लिए स्थिर कुर्सी का प्रयोग करें। क्योंकि पहिये वाली कुर्सी से गिरने का खतरा हो सकता है।

2- इसके लिए कभी ज़बरदस्ती न करें। अपने शरीर की सीमा और क्षमता को को पहचानें।

3- अपने साँसों पर नियंत्रण रखें। क्योंकि हर आसन में गहरी साँस जरूरी है

4- इसके लिए हृदय रोगी या गर्भवती महिलाएं अपने चिकित्सक से सलाह लें।

वैज्ञानिक प्रमाण और अनुसंधान-

1- चेयर योग के सकारात्मक प्रभावों पर विभिन्न वैज्ञानिकों के द्वारा शोध किया गया है। जिसमे अमेरिका के ‘जर्नल ऑफ एविडेंस-बेस्ड इंटीग्रेटिव मेडिसिन’ में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार, चेयर योग ने 60+ उम्र के लोगों में दर्द और थकावट को 40% तक कम किया।

2- भारत में ‘AIIMS’ और ‘पतंजलि योगपीठ’ द्वारा भी चेयर योग पर शोध किए गए हैं। जिनमें यह पाया गया कि यह विधि विशेष रूप से बुजुर्गों और मानसिक रूप से तनाव-ग्रस्त व्यक्तियों के लिए अत्यधिक लाभदायक है।

नवीनतम वेबसाइट: योग और व्यायाम ई-बुक

आजकल कई ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स हैं जो योग और व्यायाम सम्बन्धी निर्देश देते हैं। जैसे- vijaybooks.store  इनकी मदद से आप घर बैठे ही योग और व्यायाम का अभ्यास कर सकते हैं। इसी प्रकार एक अन्य ब्लॉग भी है।

yoga.ayush.gov.in भारत की एक सरकारी वेबसाइट है।

इस ब्लॉग के समान ही एक और ब्लॉग लिखा गया है।

चेयर योग और पारंपरिक योग में तुलना-

आधार

सुविधा

गतिशीलता की आवश्यकता

उम्र की बाध्यता

लागत

चेयर योग

घर या ऑफिस में संभव

कम

कोई नहीं

कम या शून्य

पारंपरिक योग

विशेष स्थान और समय चाहिए

अधिक

कुछ सीमाएँ

कभी-कभी योग कक्षा की फीस

चेयर योग को अपने जीवन-शैली में जोड़ें-

1- चेयर योग के लिए दिन में कम से कम 30 मिनट का समय निश्चित करें।

2- दोपहर में या मीटिंग के बाद के समय चेयर योग का अभ्यास करें।

3- चेयर योग के लिए परिवार को भी सम्मिलित करें, क्योंकि सामूहिक अभ्यास में निरंतरता बनी रहती है।

चेयर योग: निष्कर्ष-

वर्तमान जीवन-शैली में स्वस्थ रहने के लिए, चेयर योग सबसे सरल और प्रभावशाली विधि है। यह उन सभी लोगों के लिए है जो अपनी देखभाल स्वयं करना चाहते हैं, लेकिन समय, स्थान या शारीरिक क्षमता के कारण सीमित हैं। चेयर योग की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि यह हर किसी के लिए सुलभ और सुरक्षित है। अपनी शारीरिक और मानसिक संतुलन की ओर पहला कदम बढ़ाने के लिए केवल एक कुर्सी, अपने समय का कुछ अंश (कुछ मिनट) और इच्छाशक्ति चाहिए। यदि आप अपने दिन को ऊर्जावान, तनावमुक्त और स्वास्थ्यप्रद बनाना चाहते हैं, तो आज ही चेयर योग की शुरुआत करें।

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